
मुनस्यारी उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह क्षेत्र पिथौरागढ़ से 128 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 2200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। मुनियों की तपस्थली होने के कारण इसे “मुनस्यारी” नाम दिया गया। यह छोटा सा पहाड़ी कस्बा अपने मनमोहक मौसम के लिए जाना जाता है और इसे “मिनी कश्मीर” के नाम से भी पहचाना जाता है।
भौगोलिक महत्व एवं ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
मुनस्यारी के एक ओर तिब्बत की सीमा है, जबकि दूसरी ओर नेपाल की सीमा लगती है। यह क्षेत्र प्राचीन समय में तिब्बत के साथ व्यापारिक मार्ग के रूप में भी जाना जाता था, विशेष रूप से नमक व्यापार के लिए। यहाँ के अधिकांश निवासी शोका समुदाय से संबंधित हैं, जिन्हें भोटिया भी कहा जाता है।
प्राकृतिक सुंदरता एवं ग्लेशियर
मुनस्यारी बर्फ से ढके पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र मिलम, नामिक और रालम ग्लेशियरों का आधार भी है।
मुनस्यारी में ट्रेकिंग के प्रसिद्ध मार्ग
मुनस्यारी में घूमने के साथ-साथ ट्रेकिंग का भी अद्भुत अनुभव लिया जा सकता है। यहाँ कुछ लोकप्रिय ट्रेकिंग मार्ग हैं:
- खुलिया टॉप ट्रेक (3 दिन) – यह ट्रेक शानदार हिमालयी दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
- थामरी कुंड ट्रेक – यह झील अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती है।
- मिलम ग्लेशियर ट्रेक (9 दिन) – यह कुमाऊं क्षेत्र का सबसे बड़ा ग्लेशियर है।
- रालम ग्लेशियर ट्रेक (9 दिन) – रोमांचक और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध।
- नंदा देवी बेस कैंप ट्रेक (8 दिन) – नंदा देवी पर्वत के आधार तक पहुँचने का शानदार अनुभव।
- नामिक ग्लेशियर ट्रेक (10 दिन) – हिमालयी ग्लेशियरों का अनूठा अनुभव।
मुनस्यारी में मौसम
गर्मी (मार्च से जून):
इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और हिमालय की चोटियों का स्पष्ट नज़ारा देखने को मिलता है। यह पर्यटन के लिए सबसे अच्छा समय होता है।
मानसून (जून से मध्य सितंबर):
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण इस मौसम में यात्रा करना मुश्किल हो सकता है।
सर्दी (नवंबर से मध्य मार्च):
इस दौरान मुनस्यारी पूरी तरह बर्फ की चादर से ढका रहता है। यह समय बर्फबारी का आनंद लेने और स्नो एडवेंचर एक्टिविटी के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है।
अगर आप प्राकृतिक सुंदरता, रोमांच और शांत वातावरण का अनुभव करना चाहते हैं, तो मुनस्यारी आपकी यात्रा सूची में जरूर शामिल होना चाहिए! 🚶♂️🏔❄