
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट में विजिलेंस टीम ने एक घूसखोर कानूनगो को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
दरअसल, एक व्यक्ति ने टोल फ्री नंबर 1064 पर विजिलेंस को शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि डीडीहाट में बन रहे उसके दोमंजिला मकान का निर्माण कार्य भूमि की नाप न होने के कारण रुकवा दिया गया था। राजस्व विभाग में नियुक्त कानूनगो ने जमीन की नाप के एवज में 25,000-25,000 रुपये, कुल 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
शिकायतकर्ता की बातचीत के बाद कानूनगो 40,000 रुपये पर मान गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस हल्द्वानी के निरीक्षक को जांच सौंपी गई। जांच में पुष्टि हुई कि कानूनगो नारायण सिंह करायत ने शिकायतकर्ता के भवन निर्माण कार्य को रुकवा दिया था और तोक छन्पट्टा में प्रस्तावित मकान की नाप के लिए घूस की मांग की थी।
इसके बाद सीओ अनिल सिंह मनराल के पर्यवेक्षण में और इंस्पेक्टर प्रकाश चंद्र जोशी के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम ने डीडीहाट में नियुक्त कानूनगो नारायण सिंह करायत, वर्तमान निवासी निकट जेएमके टाइल्स की दुकान, खोल्टा, अल्मोड़ा, मूल निवासी ग्राम पजीना, पट्टी शहरू, तहसील रानीखेत, जिला अल्मोड़ा को उसके सरकारी आवास पर 40,000 रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।