Harnanda Devi Temple, Bungachina
हरनंदा देवी मंदिर (हरद्यौ), बुंगाछीना — शिव और शक्ति का दिव्य मिलनस्थल 🌺 उत्तराखंड की देवभूमि में जहाँ आस्था और प्रकृति का संगम होता है, वहीं पिथौरागढ़ जिले से लगभग 25–30 किलोमीटर दूर, बुंगाछीना की
हरनंदा देवी मंदिर (हरद्यौ), बुंगाछीना — शिव और शक्ति का दिव्य मिलनस्थल 🌺 उत्तराखंड की देवभूमि में जहाँ आस्था और प्रकृति का संगम होता है, वहीं पिथौरागढ़ जिले से लगभग 25–30 किलोमीटर दूर, बुंगाछीना की
कपिलेश्वर महादेव मंदिर: पिथौरागढ़ की गुफा में छुपा शिवधाम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले की सोर घाटी (Soar Valley) की गोद में बसा कपिलेश्वर महादेव मंदिर एक प्राचीन और दिव्य तीर्थस्थल है, जो न केवल धार्मिक
अगंलेख की पहाड़ी पर चमत्कारी शिवलिंग – आस्था और रहस्य का संगम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में स्थित अगंलेख की पहाड़ी पर एक ऐसा धार्मिक स्थल है, जो न सिर्फ आस्था का केंद्र है, बल्कि
मां चंडिका देवी मंदिर, पिथौरागढ़: न्याय और आस्था का प्रतीक मां चंडिका देवी मंदिर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। देवी चंडिका को मां दुर्गा का ही एक रूप माना जाता
हाट कालिका मंदिर – महाकाली शक्तिपीठ स्थान एवं महत्व हाट कालिका मंदिर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में गंगोलीहाट नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर देवी महाकाली को समर्पित एक प्राचीन शक्तिपीठ है, जो अपने
स्थान: चंडाक, पिथौरागढ़, उत्तराखंड मोस्टामानु मंदिर, जिसे मोस्टा देवता का मंदिर भी कहा जाता है, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के चंडाक क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर पिथौरागढ़ शहर से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी
गुरना माता मंदिर (Gurna Mata Temple), जिसे पाषाण देवी मंदिर भी कहा जाता है, टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर, पिथौरागढ़ शहर से 13 किमी दूर स्थित है। यह मंदिर गुरना गांव के पास होने के कारण
कालापानी: आस्था और प्रकृति का संगम कालापानी, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक खूबसूरत तीर्थस्थल और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह स्थान पिथौरागढ़ से 110 किमी दूर और 11788 फीट की ऊँचाई