Chandak – Scenic Hill and Religious Site of Pithoragarh

चंडाक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह पहाड़ी समुद्र तल से ऊँचाई पर स्थित है और पिथौरागढ़ से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चंडाक पहाड़ी से पिथौरागढ़ और आसपास के क्षेत्र का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

चंडाक का धार्मिक महत्व

चंडाक पहाड़ी पर प्रसिद्ध मोस्तामानु मंदिर स्थित है, जो हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है। यह मंदिर भगवान मनु को समर्पित है और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। मोस्तामानु मंदिर तक पहुँचने के लिए पर्यटकों को लगभग 2 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। यहाँ हर साल अगस्त और सितंबर के महीने में एक विशाल मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें दूर-दराज़ से श्रद्धालु आते हैं और भक्ति भाव से पूजा-अर्चना करते हैं।

एडवेंचर और प्राकृतिक सौंदर्य

चंडाक सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि एडवेंचर प्रेमियों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। यह स्थान हैंग ग्लाइडिंग (Hang Gliding) के लिए मशहूर है, जहाँ एडवेंचर प्रेमी रोमांचक अनुभव का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, यहाँ ट्रैकिंग (Trekking) के लिए भी शानदार अवसर उपलब्ध हैं, जिससे प्रकृति प्रेमी इस क्षेत्र की सुंदरता को और करीब से देख सकते हैं।

खनिज संसाधन और उद्योग

चंडाक क्षेत्र अपने प्राकृतिक खनिज संसाधनों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ मैग्नेटाइट खनन (Magnetite Mining) की फैक्ट्री स्थित है, जो इस क्षेत्र के औद्योगिक महत्व को दर्शाती है।

चंडाक क्यों जाएँ?

✅ धार्मिक और आध्यात्मिक शांति के लिए – मोस्तामानु मंदिर
✅ एडवेंचर और रोमांच के लिए – हैंग ग्लाइडिंग और ट्रैकिंग
✅ प्रकृति के अद्भुत नज़ारे देखने के लिए
✅ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को समझने के लिए

कैसे पहुँचें?
चंडाक, पिथौरागढ़ शहर से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सड़क मार्ग से यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है। पिथौरागढ़ से निजी वाहन या टैक्सी के माध्यम से चंडाक तक पहुँचना सुविधाजनक होता है।

निष्कर्ष

चंडाक, उत्तराखंड का एक अनमोल पर्यटन स्थल है, जो प्रकृति प्रेमियों, रोमांच पसंद करने वालों और श्रद्धालुओं के लिए समान रूप से आकर्षण का केंद्र है। यदि आप पिथौरागढ़ की यात्रा कर रहे हैं, तो चंडाक अवश्य जाएँ और इसकी अनुपम सुंदरता और धार्मिक महत्व का अनुभव करें।

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